दो साल बाद बनारस में आज एक भी कोरोना मरीज नहीं
कोरोना से जंग में ये बनारस की जीत है जो आज बनारस में एक भी कोरोना मरीज नहीं है । मंडलीय अस्पताल में रविवार को 3538 सैम्पल के परिणाम में किसी की भी रिपोर्ट पॉजीटिव नहीं आयी । और होम आइसोलेशन में उपचाराधीन एक मात्र मरीज की आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें स्वस्थ्य घोषित कर दिया गया ।

कोरोना का दर्द 551 दिन झेलने के बाद अब बनारस में कोरोना का एक भी मरीज नहीं बचा है । जिले में कोरोना का पहला मामला 21 मार्च 2020 को सामने आया था । इस समय देश इस वायरस से और इसके इलाज से पूरी तरह अनजान था । ये कोरोना की पहली लहर थी जिसने, ना किसी को संभलने का मौका दिया ना सोचने का । अचानक मरीजों की संख्या के साथ ही मृतकों की संख्या भी बढ़ती गयी । यह पीक जुलाई से अक्टूबर तक रहा । इस लहर में 7 अगस्त 2020 को सबसे अधिक 312 मरीज मिले ।
10 मार्च 2021 जो जिले में 22041 केस थे । ये कोरोना की दूसरी लहर थी । 28 मार्च 2021 में दूसरी लहर की पहली मौत दर्ज हुई । इसके बाद कोरोना का तांडव नृत्य शुरू हुआ । मरीजों की संख्या और मौत का आंकड़ा भी बढ़ने लगा । 15 अप्रैल 2021 को सबसे अधिक 2484 मामले आये । कोरोना ग्राफ अनियंत्रित रूप से बढ़ता चला गया ।
धीरे -धीरे पीक का प्रभाव कम होने पर ग्राफ उतरने लगा और आज बनारस पूरी तरह कोरोना मुक्त हो चुका है ।बनारस को कोरोना मुक्त बनाने में कोरोना के काशी मॉडल की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही ।
खैर भले ही बनारस कोरोना मुक्त हो गया हो लेकिन खरता अभी टला नहीं है । कोरोना होने की सम्भावना अभी भी है। इसलिए सभी लोग कोरोना टीका लगवाए और मास्क पहने और सामाजिक दूरी का पालन करें ।