चुनाव से पहले कैबिनेट विस्तार , मुद्दा जन उद्धार या सियासी प्रसार

शानिवार को योगी सरकार के मंत्रि मंडल का विस्तार किया गया एक कैबिनेट और सात राज्य मंत्रियों ने शपथ ली ।  मंत्री परिषद के विस्तार में युवाओं को स्थान मिला था । 

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कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिला । इसके अलावा छत्रपाल गंगराव ,पलटूराम , संगीत बलवंत सिंह , संजीव गोंड , दिनेश खटकी और धर्मवीर प्रजापति को भी राज्यमंत्री पद से संतुष्ट होने पड़ा । 

इसी के साथ अब योगी के टीम 60 मंत्रियों शामिल हो चुके हैं । उत्तर प्रदेश मंत्री मण्डल में इससे अधिक मंत्रियों को शामिल नहींं किया जा सकता ।योगी मंत्रिमंडल में अभी 24 कैबिनेट मंत्री 27 राज्य मंत्री और 9 स्वतंत्रता प्रभार राज्य मंत्री है ।

पंचायत चुनाव के बाद से ही मंत्री मंडल विस्तार की कवायद तेज थी । इसके लिए कई बार दिल्ली में मीटिंग हुई । आखिरकार चुनाव के 6 महीने पहले मंत्रियों ने शपथ ले ली ।
इस मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय गणित का भरपूर उपयोग किया गया है । 

पिछड़ा वर्ग से संगीत ,धर्मवीर प्रजापति और छत्रपाल गंगराव  को पद मिला । अनुसूचित जाति से पलटूराम और दिनेश खटीक और अनुसुचित जनजाति से संजीव कुमार को राजमंत्री का कार्यभार सौंपा गया ।  ब्राम्हण चेहरे के तौर पर जितिन प्रसाद को कैबिनेट में शामिल किया गया । 

चुनाव के पहले हुआ ये कैबिनेट विस्तार ने योगी सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया है ।

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