Mgkvp Varanasi: प्रशासन पर नहीं रहा विश्वास, छात्र पहुचे हाईकोर्ट

Mgkvp Varanasi: प्रशासन पर नही रहा विश्वास,छात्र पहुंचे हाईकोर्ट, पहली सुनवाई आज

Mgkvp Varanasi: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्र संघ चुनाव स्थगित होने का मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है । छात्र संघ चुनाव स्थगित होने पर बुधवार का दिन भी आंदोलन भरा रहा। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ (Mgkvp Varanasi) में आंदोलन कर रहे छात्रों में आक्रोश दिखाई दे रहा है,दिन में हंगामे का माहौल बना रहा। आंदोलन कर रहे छात्रों ने चक्काजाम और आंदोलन को बढ़ाने की दी प्रशासन को चेतावनी।

Mgkvi varanasi
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बुधवार के दिन 3 बजे अधिकारियों ने छात्र संघ चुनाव के मामले में अधिकारियों और छात्रों की बैठक बुलाई थी। जिसमें सामिल होने के लिए सैकड़ों छात्र सुबह से कैम्पस में बैठे थे, लेकिन शाम के 6 बज गए फिर भी कोई अधिकारी बात करने नहीं आया । ऐसे में आंदोलन कर रहे छात्रों का गुस्सा और बढ़ गया, जिससे आंदोलन और आक्रतमक हो गया । वहीं छात्रों का एक गुट प्रशासन की तरफ से कोई भी सूचना न आने पर मंगलवार की रात हाईकोर्ट में याचिका दायर करने के लिए प्रयागराज रवाना हो गए। हाईकोर्ट ने याचिका दायर करने के बाद ,मामले की पहली सुनवाई गुरुवार को रखी हैं।

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अपना पछ रखने के लिए वीवी और सिविल प्रशासन को भी निर्देश दिया हैं।आंदोलन के चलते छात्रावास में रह रहे छात्रों को भी कठिनाइयों का सामना करना पढ़ रहा है । छात्रावासो में जाने के लिए सिर्फ 3 नंबर गेट ही खुला है। डॉक्टर भीमराव अंबेडकर छात्रावास में बाहर के भी छात्र रहते है। उनके पास विद्यापीठ का कोई भी परिचय पत्र नही है। जिसकी वजह से पुलिस प्रशासन ने छात्रों को आने जाने से रोक दिया, ऐसे में छात्र छात्रावास में ही फस गए है ।

आंदोलन के चलते 3 जनवरी 2022 के दीक्षांत समारोह की तैयारिया भी रोक दी गई है। हालाकि अभी भी दीक्षांत समारोह को स्थगित नही किया गया है। परिसर का माहौल ठीक न होने के कारण विश्विद्यालय को 24 दिसंबर तक बंद कर दिया गया हैं। वही 25 को क्रिसमस और 26 को रविवार है, जिसके चलते विश्विद्यालय 26 तक बंद रहेगा। जिससे दीक्षांत समारोह की तैयारियां भी बाधित हो गई हैं। आंदोलन कर रहे छात्रों ने आंदोलन को व्यापक रूप देने का निर्णय लिया है । आज भूख हड़ताल करने की भी तैयारी है।

धरना प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि नामांकन होने के बाद चुनाव के प्रचार प्रसार में काफी पैसे खर्च हो गए हैं, ऐसे में स्टूडेंट इलेक्शन कराना जरूरी है। नहीं तो आंदोलन अपने चरम सीमा पर होगा। चीफ प्रॉक्टर काशी विद्यापीठ के प्रोफेसर निरंजन सहाय का कहना है कि अब मामला तो हाईकोर्ट तक जा चुका है। उनका कहना है कि चुनाव स्थगित किया गया है, रद्द नहीं। हाई कोर्ट जो भी निर्देश देगी उसका पालन किया जाएगा। विवि प्रशासन भी चाहता है की छात्र संघ का चुनाव हो।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी

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