एनटीपीसी रिजल्ट आने के बाद अभ्यर्थी क्यों कर रहे प्रदर्शन
रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (RRB,NTPC) रिजल्ट में धांधली के विरोध में छात्रों का प्रदर्शन, हिंसक रूप ले चुका है। बीते 26 जनवरी को विरोध प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने गया में ट्रेन की बोगियों में आग लगा दी। वही रेल मंत्री ने प्रदर्शनकारी छात्रों से शांति की अपील की है। रेलवे अभयर्थियो का विरोध प्रदर्शन यूपी बिहार समेत कई राज्य में जारी रहा।
पूरा मामला क्या है ?
दरअसल फरवरी 2019 में रेलवे ने एनटीपीसी की लगभग 35208 वेकेंसी जारी की गई। इन भर्तियों को दो भागों में बाटा गया पहले भाग में ग्रुप 2 और ग्रुप 3 व दूसरे भाग में ग्रुप 4 5 6, ग्रुप 2 और 3 की परीक्षा अंडर ग्रेजुएट छात्रों के लिए थी, और ग्रुप 4 से 6 की परीक्षा ग्रेजुएट छात्रों के लिए थी। यह परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) मोड से होनी थी।
जिन परीक्षा को लेकर यूपी और बिहार के छात्र रोष है वो दो परीक्षाए है, जिनके बारे में छात्रों को एक ही विज्ञापन से पता चला था। इन नौकरियों के लिए 2019 में आवेदन मांगे गए थे। उसी वर्ष सितंबर में परीक्षा होनी थी। पहले परीक्षा की तारीख मार्च 2020 की गई और फिर कोरोना के कारण ये परीक्षा टल गई। दिसंबर 2020 से अगस्त 2021 के बीच देशभर में इस भर्ती के लिए पहले चरण की परीक्षा हुई।
इस परीक्षा में 1करोड़ 40 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे जिसके नतीजे 14 जनवरी 2022 को घोषित किए गए। नतीजे आने के बाद से ही छात्रों के बीच असंतोष का मुद्दा छाया हुआ है।
परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों का आरोप है कि RRB ने नोटिफिकेशन में कुल पदो के सापेक्ष 20 गुना अभ्यर्थियों को CBT -2 में सेलेक्ट करने की बात कही थी। ऐसे हुआ भी लेकिन ग्रुप 2 से ग्रुप 6 के लिए एक ही परीक्षा हुई। और उस एक परीक्षा में अलग अलग ग्रुप के लिए अलग अलग कट ऑफ जारी की गई।
जब रिजल्ट जारी किया गया तो पता चला कि एक अभ्यर्थी के रोल नंबर को ही कई बार सेलेक्ट कर लिया गया। जैसे – एक छात्र ने ग्रुप 2 की कट ऑफ क्लियर की ओर ग्रुप 6 की कट ऑफ भी क्लियर कर लिया। जिसके लिए छात्र विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अब छात्रों का विरोध प्रदर्शन यूपी बिहार समेत कई राज्य में किया जा रहा है। कही रेल पटरी जाम कर दिया तो कही ट्रेन के बोगियों में आग लगा दी।
विरोध प्रदर्शन ने लिया हिंसक रूप
पुलिस ने छात्रों को पिटा – आरआरबी एनटीपीसी के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखते ही देखते हिंसा में बदल गया। बीते दिनों प्रयागराज में रेलवे अभ्यर्थियों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया विरोध कर रहे छात्र प्रयाग रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर दिया। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज कर प्रदर्शन कारी छात्रों को खदेड़ा। अब पुलिस उन लोगों को ढूंढ रही थी जो प्रदर्शन इस प्रदर्शन में सामिल थे।
इसके बाद पुलिस ने बघाड़ा के तमाम हॉस्टल और लॉज में खुसकर छात्रों पर लाठियां बरसाई, जिसकी वीडियो वायरल हो गई। सरकार ने पुलिस के खिलाफ कार्यवाही करते हुए इंस्पेक्टर और दो दारोगावो समेत छ पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
छात्रों ने लगाई ट्रेन में आग – यह प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। बीते बुधवार को रेलवे अभ्यर्थियों ने गया जंक्शन के करीब कमीरगंज के पास रेलवे ट्रैक पर खड़ी पेसेंजर ट्रेन के छ बोगियों में आग लगा दी और जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारी छात्रों को रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। छात्रों को रोकने के लिए आशुगैस के गोले छोड़ने पड़े तब कही जाकर मामला सांत हुआ।
रेलवे ने किया जांच कमेटी का गठन
रेल मंत्रालय ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर गैर तकनीकी लोकप्रिय श्रेणी (NTPC) और लेवल 1 की परीक्षायो पर रोक लगा दी है। सफल और असफल अभयर्थियो के सुनवाई के लिए एक समिति का गठन किया गया है। यह समिति दोनो पक्षो की सिकायते और चिंताएं सुनने के बाद रेल मंत्रालय को रिपोर्ट सौंपेगी। जिसके लिए समिति को 3 हफ्तों का समय दिया गया है। समिति 4 मार्च को अपनी रिपोर्ट रेल मंत्रालय को सौपेगी।
छात्रों से रेलमंत्री ने की शांति की अपील
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि हमे एक समाधान खोजना होगा कि जिन लोगो को शॉर्टलिस्ट किया गया है, वे पीड़ित न हो, लेकिन जिन्हे शिकायत है उन्हे भी संबोधित किया जाए। कानून और व्यवस्था राज्यो की भूमिका है। हम राज्य के साथ लगातार संपर्क में है।
रेलमंत्री ने छात्रों को आश्वस्त करते हुए कहा कि वे अपनी मांगों को औपचारिक रूप से रखे, हम इसकी जांच करेंगे। मैं अपने छात्र मित्रो से निवेदन करता हु कि रेलवे आपकी संपत्ति है। आप अपनी संपत्ति को संभालकर रखें ।आपकी जो भी सिकायते और बिंदु अब तक उभर कर आए है। उन सबको हम गंभीरता से देखेंगे । कोई भी छात्र कानून अपने हाथ में न ले।