गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में दर्ज : अटल टनल

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड में अटल टनल का नाम

केलांग (लौह स्पीति ) : सामरिक महत्व की अटल टनल  रोहतांग का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है ।

समुद्र तल से 10044 फुट की ऊँचाई पर गुजरने वाली अटल टनल को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने दुनिया की सबसे लंबी यातायात टनल होने का तमगा दिया । इस टनल की लंबाई 9.02 किमी है ।

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अमरउजाला

बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने प्रमाणपत्र प्राप्त किया । इसे हिमालय की पीरपंजाल की चोटियों को भेदकर करीब 10 साल में बनाया गया है ।

इस टनल के लिए 14 सौ करोड़ का बजट पास किया गया था किंतु समय अवधि अधिक होने के कारण इसके निर्माण में कुल 32 सौ करोड़ों रुपए की लागत आयी ।

अटल टनल बनने से मनाली से चीन सीमा से सटे लेह की दूरी करीब 45 किमी घट गई । वहीं इस रूट का सफर कम से कम पांच घंटे कम हो गया ।

अटल टनल का उद्घाटन 3 अक्टूबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था । यह दुनिया का पहला ऐसा टनल है । जिसमें 4जी नेटवर्क मुहैया कराया गया है । इस टनल में हर 150 मीटर की दूरी पर  आपातकाल  4जी फोन की सुविधा और हर 60 मीटर पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है ।


क्या है सामरिक महत्व

चीन और पाकिस्तान से भारत के मौजूदा विवाद को देखते हुए अटल टनल सामरिक दृष्टि से अत्यधिक महत्वपूर्ण है । टनल लद्दाख में चीन के साथ वास्तविक सीमा रेखा ( एलओएसी ) पर तैनात जवानों के लिए लाइफलाइन का काम कर रही है । जवानों को रसद, हथियार अन्य सैन्य सामग्री पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रही है । संकटकालीन स्थिति में एलएसी पर हथियार अब कम समय में पहुंचाया जा सकता है ।


टनल के बन जाने के बाद अब लद्दाख हर मौसम में भारत से जुड़ा रहेगा । इससे पहले यहां आवाजाही सिर्फ जून से नवंबर तक ही हो पाती थी ।

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