कारगिल विजय दिवस पर आयोजित समारोह में बोले राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर जम्मू से पाकिस्तान को संदेश देते हुए कहा कि गुलाम कश्मीर भारत का हिस्सा था और रहेगा, और इस पर पूरा देश एक मत है। तथा पी ओ के पर संसद में प्रस्ताव भी पारित हो चुका है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि “यह कैसे संभव है कि बाबा अमरनाथ भारत में हैं और मां शारदा शक्ति नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार हैं”।बता दे कि एलओसी के उस पार स्थित शारदा पीठ 18 माह शक्तिपीठों में से एक है जो अब खंडित हो चुका है।
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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वतंत्रता के 75 वर्ष एवं कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में गुलशन मैदान में आयोजित समारोह को संबोधित किया।
उनके साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यवाहक दत्तात्रेय होसबले भी मौजूद रहे। रविवार को 1947 से आज तक देश के लिए बलिदान देने वाले जम्मू कश्मीर के जवानों के स्वजन के सम्मान समारोह में अपने संबोधन में उन्होंने मेजर सोमनाथ, मेजर मोहम्मद उस्मान, मेजर शैतान सिंह, और विक्रम बत्रा के वीर गाथाओं का उल्लेख भी किया।
उन्होंने कहा कि आज का भारत 1962 की तुलना में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक है। कभी रक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ा आयातक भारत, अब रक्षक उपकरणों का निर्यात करने वाले 25 देशों की सूची में शामिल हो गया है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि जब 1962 में चीन ने लद्दाख के सबसे बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया तब देश के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू थे। उनके इरादे पर सवाल नहीं उठाऊंगा इरादे अच्छे हो सकते हैं लेकिन नीतियों पर यह लागू नहीं होता है।
जम्मू कश्मीर में जल्द चुनाव होने के संकेत
रक्षा मंत्री ने संबोधन के जरिए जम्मू कश्मीर में जल्दी विधानसभा चुनाव होने के संकेत दिए हैं। राजनाथ सिंह त्रिकूटा नगर स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचे और नेताओं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। बैठक में अनुच्छेद 370 35ए हटाने के बाद स्थिति और वहां के राजनीतिक हालात व अन्य मुद्दों पर विचार विमर्श किया। और उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर 24 घंटे काम करने की बात कही जिससे साफ जाहिर होता है कि जल्दी जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव होंगे।