बिहार में जंगलराज पार्ट 2 की शुरुआत : विपक्ष
पटना : बिहार में नई मन्त्री परिषद के गठन के बाद एक नया विवाद सामने आया है । राज्य के कानून मंत्री की शपथ लेने वाले कार्तिक कुमार के खिलाफ अपहरण मामले में गिरफ्तारीनामा जारी हो गया है । इसपर मुख्यमंत्री से सवाल पूछे जाने पर उन्होंने जानकारी होने से साफ इनकार कर दिया है ।
नीतीश कुमार का कहना है कि उन्हें इस विषय में कोई जानकारी नही है । इसपर भाजपा सांसद और देश के कानून मंत्री रहें रविशंकर प्रसाद ने पलटवार करते हुए कहा कि” नीतीश कुमार के कानून मंत्री कोर्ट की प्रक्रिया से खिलवाड़ कर रहा है । इनके जमानत अर्जी को 2017 में ही पटना उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था ।”
फिलहाल दानापुर कोर्ट के 12 अगस्त के आदेशानुसार 1 सितम्बर तक कानून मंत्री के गिरप्तारी पर रोक लगा दी गयी है ।
दरअसल कार्तिक कुमार जो कि वर्तमान के महागठबंधन सरकार में बिहार के कानून मंत्री का पद सम्भाल रहे हैं । उनपर 2014 के बिल्डर राजीव रंजन अपहरण मामले में अदालत ने अरेस्ट वॉरेन जारी किया है । 16 अगस्त जिस दिन उन्होंने शपथ ग्रहण किया था उसी दिन उनकी कोर्ट में पेसी थी । कार्तिक कुमार को बाहुबली विधायक अनन्त सिंह का राइट हैंड भी माना जाता है ।
बिहार में 16 अगस्त को 31 मंत्रियों ने पदभार ग्रहण किया । के नए मंत्री परिषद में 88 % मंत्रियों पर आपराधिक मामले दर्ज है । जिसमें 53 % विधायक गंभीर मामलों में आरोपी है । इसमें आरजेडी के 72 % और जेडीयू के 36 % मंत्रियों की हिस्सेदारी हैं । कृषि मंत्री पर करोड़ों के चावल घोटाले और शिक्षा मंत्री पर कारतूस रखने का मुकदमा है ।