ओमिक्रोन के रूप में कोरोना ने दी दस्तक , लोगों के मन में ख़ौफ़ पर मुँह पर मास्क नहीं
नई दिल्ली : कोरोना का अपडेट वर्जन ओमिक्रोन ने आ चुका है । विश्व के 29 देशों के लगभग 373 मरीज इस वैरिएंट से संक्रमित मिले है । दुनिया भर में इसे लेकर ख़ौफ़ का माहौल है । चिकित्सकों और वैज्ञानिकों को भी ओमिक्रोन के बारे में कम जानकारी है ।

इसके जो लक्षण सामने आ रहे हैं वो भी काफी सामान्य है । सिर दर्द , सर्दी जुकाम और बुखार इसके बुनियादी लक्षण है । हालांकि की अभी तक इससे किसी की जान नहीं गई है लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि ओमिक्रोन डेल्टा से 5 गुना ज्यादा संक्रामक है ।
अर्थात् एक संक्रमित व्यक्ति से इसके म्यूटेंट 35 व्यक्तियों तक पहुँच सकते है । टीके की दोनों खुराक ले चुके व्यक्ति को भी अपना शिकार बनने में सक्षम है । ओमिक्रोन 40 साल से कम उम्र के व्यक्तियों को अपने जद में ले रहा है ।
भारत में मिले दो मामले
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की पुष्टि की की कर्नाटक में ओमिक्रोन के 2 मामले सामने आए हैं । एक मरीज की उम्र 66 वर्ष और दूसरे की 46 वर्ष है ।

संयुक्त सचिव ने निर्देश दिया है कि सभी राज्य में विदेशों से आने वाले यात्रियों का आरटी – पीसीआर टेस्ट अवश्य कराया जाए । आवश्यकता पड़ने पर देश में नाइट कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है ।
नागरिकों का कर्तव्य क्या है ।
कोरोना का नया स्वरूप पांच गुना तेजी से फैल रहा है । लोग इसके बारे में जानते हैं फिर भी बिना मास्क के घूम रहे हैं । सामाजिक दूरी तो बस शब्द है , जिसका पालन कोई नहीं कर रहा है । ट्रेन , बस या ओटो सभी में लोग बिल्कुल लद कर जा रहे हैं ।
किसके के चहरे पर माक्स नहीं है । दूसरी लहर विभीषिका को देखने के बाद भी लोग अपनी लापरवाही से तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं ।
सरकार सिर्फ कोरोना से बचने के लिये हमें तरीके बता सकती है और सुविधाएं दे सकती है । उन तरीकों को मानना और उन सुविधाओं उपयोग करना हमारी जिम्मेदारी है ।
हमारी सावधानी से ही हमारी सुरक्षा मुमकिन है । इसलिए ध्यान रहे दो गज दूरी माक्स है जरूरी ।