भारत पहली बार कर रहा चेस ओलिपियाड की मेजबानी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में 44वे शतरंज ओलंपियाड आयोजन का भव्य उद्घाटन किया। 44 वा शतरंज ओलंपियाड 28 जुलाई से शुरू होकर 10 अगस्त तक चलेगा।
आयोजन का शुभारंभ करते हुए चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने शतरंज ओलंपियाड की मशाल प्रधानमंत्री और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन को सौंपी जिसके बाद हमेशा स्टेडियम में युवा ग्रैंडमास्टर आनंद और अन्य को सौंपी गई। इससे पहले यह मशाल रिले पिछले 40 दिन में 75 शहरों में होती हुई मल्लालपुरम पहुंची है।
बता दे की भारत पहली बार शतरंज ओलंपियाड की मेजबानी कर रहा है, जिसमे रिकॉर्ड खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। ओपन वर्ग में 188 और महिला वर्ग में 162 खिलाड़ी भाग लेंगे। भारत इस प्रतियोगिता में अब तक के सबसे बड़े दल को शामिल कर रहा है इसमें कुल छह टीमों के 30 खिलाड़ी शामिल होंगे। इस बार 5 बार के विश्व चैंपियन शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन मेंटर की भूमिका में नजर आएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में वहा उपस्थित सभी लोगों का स्वागत करते हुए कहा- टूर्नामेंट का आयोजन अपने घर में आ गया है यह हमारे देश के लिए काफी महत्वपूर्ण समय है। शतरंज से गहरा ऐतिहासिक संबंध है और तमिलनाडु भारत के लिए सतरंज का पावर हाउस है। इसने दुनिया की सबसे पुरानी टेबल बादशाह और कई ग्रैंड मास्टर कोई को भी जन्म दिया है। आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने कम समय में बेहतरीन इंतजाम किए हैं।
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन,खेल मंत्री अनुराग ठाकुर, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवी, सूचना प्रसारण प्रसारण राज्य मंत्री डॉ अनिल मुरूगन, तमिलनाडु के खेल मंत्री मायनाथन आदि उपस्थित रहे।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि आज का दिन भारत के लिए बड़े गर्व का दिन है। हम पहले सत्र की मेजबानी कर रहे हैं। हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री शतरंज के शौकीन है गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान भी उन्होंने शतरंज टूर्नामेंट का आयोजन कराया था।
साथ ही खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि 3 महीने के अंतराल में इस आयोजन की मेजबानी करना आसान नहीं था। लेकिन भारत नहीं है कर दिखाया या भारत सभी टीमों का स्वागत करता है भारत में खेल काफी मजबूत हो रहा है