*एक रास्ते को मोहताज है शाहिद रामनक्षत्र पाण्डेय का गांव*

देश के लिए जान कुर्बान कर दिए थे रामनक्षत्र पाण्डेय

मधुबन मऊ: स्वतंत्रता लड़ाई में शहीद स्थानीय तहसील क्षेत्र अंतर्गत कंधरापुर गांव निवासी रामनक्षत्र पाण्डेय जिन्होंने स्वतन्त्रता के आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान दिया ।और स्वतन्त्रता के लिए लड़ते हुए सन् 1942 में मधुबन थाने में गोली लगने पर शहीद हो गए। स्वतन्त्रता के सात दशक बीतने के बाद भी यह गांव बदहाल संपर्क मार्ग से आज भी जूझ रहा है। अभी तक किसी संबंधित अधिकारी द्वारा इस पर ध्यान नही दिया जा रहा । ज्ञातव्य है कि इस मार्ग के निर्माण के संबंध में पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे दारा सिंह चौहान द्वारा 27.99 लाख रुपए स्वीकृत राशि भी पास हो चुका है।

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27.99 लाख रुपए स्वीकृत राशि के बाद भी नहीं शुरू हुआ निर्माण कार्य*

किंतु अभी तक इसका निर्माण कार्य शुरू नही हो सका चुनाव के चलते अधिकारियों का कहना है की यह निर्माण कार्य नही हो सकता अब देखना है चुनाव के बाद आवंटित धन राशि का उपयोग किया जाता है या इस मार्ग का निर्माण पुनः ठंडे बस्ते में चला जाता है । मार्ग निर्माण ना होने पर उसके निर्माण को लेकर स्वतन्त्रता सेनानी के पुत्र ने पुरस्कार लेने से मना कर दिया और कहा कि वास्तविक पुरस्कार वही होगा जब उनके गांव के सड़क का निर्माण हो जाए । युक्त सड़क निर्माण के संबंध में गांव के ग्राम प्रधान हरी राजभर ने कहा कि सड़क का निर्माण ही स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी पाण्डेय जी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी ।

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