मात्र 21 साल में 9 मुख्यमंत्री बदले , पुष्कर सिंह धामी बने 10वेंं मुख्यमंत्री : उत्तराखंड

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दिया इस्तीफा : उत्तराखंड

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कल रात बीजेपी अध्यक्ष जेप्पी नड्डा को अपना त्याग पत्र दे की पेशकश की । मार्च 2021 में वह मुख्यमंत्री पद पर बैठे थे । मात्र तीन महीने में ही उन्होंने इस्तफ़ा दे दिया ।

रावत का कहना है कि अनुच्छेद 164 A के अनुसार मुख्यमंत्री को विधानसभा के किसी एक सदन का सदस्य होना आवश्यक है । लेकिन अनुच्छेद 151 कहता है कि यदि एक वर्ष के भीतर विधानसभा चुनाव होना हो तो उपचुनाव नहींं कराया जा सकता ।

उत्तराखंड के विधानसभा चुनावों में एक वर्ष से कम का समय बचा है । ऐसे में उपचुनाव कराने से संविधानिक संकट उत्पन्न हो सकता है जिससे बचने के लिए तीरथ सिंह ने इस्तीफे की पेशकश की है ।

महज 21 साल और 9 मुख्यमंत्री :उत्तराखंड

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9नवम्बर 2000 में बने बाबा केदारनाथ के राज्य में अब तक 9 मुख्यमंत्री बदल चुके हैं । जब उत्तराखंड का गठन हुआ तब पहले मुख्यमंत्री नित्यानंद स्वामी बने । 11 महीने में ही उन्हें पद छोड़ना पड़ता है । 30 अक्टूबर 2001 को भगत सिंह कोश्यारी मुख्यमंत्री बनते हैं । जो वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल है । इसका कार्यक्रम भी मात्र 122 दिन ही चलता है ।

5 साल तक मुख्यमंत्री पद पर टीके रहने वाले एक मात्र मुख्यमंत्री : नारायण दत्त तिवारी

2002 में कांग्रेस की सरकार बनती है जिसमें नारायण दत्त तिवारी मुख्यमंत्री पद संभालते है । उत्तराखंड के इतिहास में अब तक केवल इन्होंने ही अपना कार्यक्रम पूरा किया है ।

दूसरा विधानसभा चुनाव 2007

उत्तराखंड के दूसरे विधानसभा चुनाव में फिर बीजेपी की सरकार बनती है । भुवन चंद्र ख़डूरी मुख्यमंत्री चुने जाते हैं लेकिन महज 2 साल 4 महीने तक के लिए ही । फिर रमेश पोखरियाल निशंक को कुर्सी मिलती है । 2 वर्ष बाद फिर एक बार भुवन चंद्र खडूरी को कुर्सी पर बैठते है ।

तीसरा विधानसभा चुनाव और कांग्रेस की वापसी

2012 के विधानसभा चुनाव के बाद फिर कांग्रेस सत्ता में आती है । विजय बहुगुणा जोशी को राज्य का कार्यभार दिया जाता है लेकिन 2 साल में उन्होंने भी कुर्सी छोड़नी पड़ती है । फिर हरीश रावत मुख्यमंत्री बनते हैं । दो साल दो महीने के बाद उत्तराखंड खंड में राष्ट्रपति शासन लग जाता हैं ।

25 दिन के राष्ट्रपति शासन के बाद 1 दिन के लिए हरीश रावत मुख्यमंत्री बनते हैं । फिर राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाता हैं 11 मई 2016 से 18 मार्च 2017 तक के लिए एक बार फिर हरीश रावत को मुख्यमंत्री बनाया जाता है ।

त्रिवेंद्र रावत सरकार 2017

2017 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा की सरकार में त्रिवेंद्र रावत मुख्यमंत्री बनते हैं । चार साल तक मुख्यमंत्री बने रहने के बाद लगा कि वो अपना कार्यकाल पूरा कर लेंगे। लेकिन उन्होंने भी बिना 5 वर्ष पूरे किये बिना कुर्सी छोड़नी पड़ती है । फिर 10 मार्च 2021 में तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री की कमान संभाली पर 4 माह के अंदर इस्तीफा दे दिया ।

जानकार मानते हैं कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पद की ऐसे उठा पटक नेताओं की राजनीतिक महत्वकांक्षाओंं के कारण है । छोटा राज्य होने के कारण यहाँ सभी की नजर बस मुख्यमंत्री पद पर ही रहती है ।

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